स्वागत लेख........
नमस्कार दोस्तों।।
आप सभी का इस पेज पर स्वागत है। आजकल सारा का सारा जमाना ही मोबाइल और इंटरनेट पर शिफ्ट हो गया है। छात्र चाहे किसी भी क्लास के हो या किसी फाउंडेशन कोर्स की तैयारी कर रहे हो, डिप्लोमा कोर्स कर रहे हो, सर्टिफिकेट कोर्स की तैयारी कर रहे हों या फिर कम्पटीशन की तैयारी में जुटे हैं, लगभग सभी ने आज इंटरनेट का इस्तेमाल अपनी पढ़ाई के लिए शुरू कर दिया है और सही माने तो इसमें छात्रों को ज्यादा सुविधा, बहुत से टीचर्स से पड़ने का मौका, अपनी मनमानी विषय या टॉपिक को पढ़ने का मौका कम खर्चे और समय की बचत के साथ उपलब्ध हो जाता है। शायद यही कारण है कि छात्र इंटरनेट की तरफ ज्यादा तेजी से मुड़े है।
पढने का मतलब केवल छात्रों तक ही सीमित नहीं होता बल्कि पढना तो सतत् सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है जिसे हर आयु वर्ग का व्यक्ति फॉलो करता है किसी को लेख पढना पसन्द है‚ किसी को कहानियां‚ किसी काे कवितायें तो कोई महापुरूषों की जीवनियां पढता है‚ कोई धार्मिक कहानियां पढना पसन्द करता है‚ जो लोग बिजनेस करते हैं तो वह लोग अपने धन्धे को बढाने वाले तथ्य पढना और समझना पसन्द करते हैं। पढने से हम अपने अन्दर एक अलौकिक व असाधारण सुधार ला सकते है क्योंकि मैने पहले ही कहा है कि पढना केवल किसी निश्चित आयु वर्ग या निश्चित क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। पढना ही एक ऐसा जरिया है जिससे हम अपने को एक बिल्कुल अलग दिशा में लेकर जा सकते हैं जिसकी हम वास्तविकता में कल्पना भी नहीं कर सकते। यहां में एक बार फिर से कहना चाहूंगा कि यहा पढने का मतलब किसी विशेष कोर्स की तैयारी करने वाली किताबों या किसी एक्जाम की तैयारी वाले सिलेबस का नहीं है बल्कि पढने से मतलब उस अथाह ज्ञान रूपी सागर से है जिसमें से हम चाहे जितनी विचार रूपी सीपियां बटोर लें लेकिन उसमें सीपियां कम नहीं पडती।
कोई भी महान पुरूष चाहे स्वामी विवेकानन्द‚ डा० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम‚ महान आचार्य चाण्क्य या कोई भी किसी भी क्षेत्र का महारथी‚ उसकी जीवनचर्या मेें हमेें एक समानता जरूर मिलेगी जो है पढाई और उन लोगों ने प्रत्यक्ष रूप से पढने पर जोर भी दिया है। महान आचार्य चाण्क्य का कहना है कि मनुष्य को रोज एक पाठ‚ अगर उससे कम तो एक कहानी‚ अगर उससे भी कम तो कम से कम एक लाइन रोज अवश्य पढनी चाहिये।
मैंने Endeavour's Studypoint वेब के माध्यम से एक छोटा सा प्रयास व आपकी सेवा व आपकी पढ़ाई को सरल बनाने का मौका ढूंढा है। सभी के सहयोग, स्नेह व विश्वास का आकांक्षी रहूंगा............
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